Nanda Gaura Yojana: उत्तराखंड सरकार की बेटियों के लिए विशेष आर्थिक सहायता योजना

Nanda Gaura Yojana उत्तराखंड सरकार ने राज्य की बालिकाओं के उज्जवल भविष्य और शिक्षा के प्रोत्साहन के लिए नंदा गौरा योजना की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहन देना और उनके शिक्षा स्तर को सुधारना है। समाज में आज भी बेटियों को लेकर कई प्रकार की रूढ़िवादी सोच देखी जाती है। इस योजना के माध्यम से सरकार बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। इस लेख में हम इस योजना की संपूर्ण जानकारी, पात्रता शर्तें, लाभ, आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

नंदा गौरा योजना क्या है?

नंदा गौरा योजना उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की बेटियों को जन्म से लेकर उनकी 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी होने तक आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत दो चरणों में कुल ₹62,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस योजना के माध्यम से सरकार का मुख्य उद्देश्य बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देना, उनकी शिक्षा को सुनिश्चित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

यह योजना समाज में बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच को समाप्त करने और उनकी स्थिति को मजबूत करने के लिए बनाई गई है। सरकार का मानना है कि यदि बेटियों को सही शिक्षा और अवसर मिलें, तो वे समाज में एक मजबूत स्थान बना सकती हैं।

यह पढ़े:-सरकार ने महिलाओं के लिए मुफ्त आवास योजना शुरू की है

योजना का उद्देश्य

नंदा गौरा योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  1. बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहन देना।
  2. बेटियों के प्रति समाज की नकारात्मक सोच को बदलना।
  3. बेटियों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
  4. बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित करना।
  5. गरीब परिवारों की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना।
  6. शिक्षा के माध्यम से बालिकाओं का सशक्तिकरण।

नंदा गौरा योजना(Nanda Gaura Yojana)योजना के तहत दी जाने वाली सहायता

इस योजना के तहत सरकार द्वारा लाभार्थियों को दो चरणों में कुल ₹62,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी:

➔ पहला चरण

  • बेटी के जन्म होने पर माता-पिता को सरकार की ओर से ₹11,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
  • यह सहायता राशि बेटी के जन्म के 6 महीने के भीतर प्रदान की जाएगी।
  • इस राशि का उपयोग माता-पिता बेटी के पालन-पोषण और आवश्यक खर्चों के लिए कर सकते हैं।

➔ दूसरा चरण

  • बेटी के 12वीं कक्षा पास करने पर सरकार की ओर से ₹51,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
  • इस राशि का उपयोग बेटी की उच्च शिक्षा, विवाह या किसी अन्य आवश्यक कार्य के लिए किया जा सकता है।
  • इससे बेटियों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन मिलेगा और वे आत्मनिर्भर बनेंगी।

योजना के लाभ

  • बालिकाओं के जन्म पर माता-पिता को वित्तीय सहायता मिलेगी।
  • बेटियों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त होगी।
  • इससे बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होगा।
  • गरीब परिवारों की बेटियां भी उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित होंगी।
  • बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित किया जाएगा।
  • योजना से समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच का विकास होगा।
  • इससे बाल विवाह की समस्या पर भी अंकुश लगेगा।

यह पढ़े:-बच्चों के लिए पहचान और सरकारी लाभ की चाबी

योजना के लिए पात्रता शर्तें

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को निम्नलिखित पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा:

  1. आवेदक उत्तराखंड का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  2. इस योजना का लाभ केवल लड़कियों को मिलेगा।
  3. एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।
  4. बेटी का जन्म किसी सरकारी अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल या ANM सेंटर में हुआ होना चाहिए।
  5. लाभार्थी परिवार की वार्षिक आय ₹72,000 से कम होनी चाहिए।
  6. योजना का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित हैं।

आवश्यक दस्तावेज

  1. इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
  2. माता-पिता का आधार कार्ड
  3. बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
  4. माता का प्रसव प्रमाण पत्र
  5. परिवार की वार्षिक आय प्रमाण पत्र
  6. निवास प्रमाण पत्र
  7. बैंक खाता पासबुक की फोटोकॉपी
  8. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र
  9. 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण पत्र (दूसरे चरण के लिए)
  10. स्वघोषित अविवाहित प्रमाण पत्र (दूसरे चरण के लिए)

आवेदन प्रक्रिया

नंदा गौरा योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। लाभार्थी निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करके आवेदन कर सकते हैं:

1. ऑनलाइन आवेदन

  • योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  • “नंदा गौरा योजना” के लिंक पर क्लिक करें।
  • मांगी गई सभी जानकारियां सही-सही भरें।
  • आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  • फॉर्म को सबमिट करने के बाद आवेदन संख्या नोट कर लें।

2. ऑफलाइन आवेदन

  • लाभार्थी नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या ब्लॉक विकास अधिकारी कार्यालय से आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
  • आवेदन फॉर्म को सही-सही भरें और सभी जरूरी दस्तावेज संलग्न करें।
  • भरे हुए फॉर्म को संबंधित अधिकारी के पास जमा करें।

3. आवेदन की स्थिति जांचें

  • लाभार्थी आवेदन की स्थिति को ऑनलाइन या ब्लॉक कार्यालय में जाकर चेक कर सकते हैं।
  • योजना के तहत स्वीकृति मिलने के बाद लाभार्थी के बैंक खाते में सहायता राशि जमा कर दी जाएगी।

महत्वपूर्ण निर्देश

  • योजना के तहत दी गई राशि का उपयोग केवल बालिकाओं की शिक्षा और पालन-पोषण के लिए किया जा सकता है।
  • योजना का लाभ केवल उत्तराखंड की बालिकाओं को मिलेगा।
  • योजना के तहत प्राप्त राशि को माता-पिता या अभिभावकों द्वारा किसी अन्य उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है।
  • योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को सभी नियमों और शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा।

निष्कर्ष

नंदा गौरा योजना उत्तराखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य बालिकाओं को सशक्त बनाना और उन्हें शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना है। इस योजना से गरीब परिवारों की बेटियों को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि समाज में उनके प्रति सोच में भी बदलाव आएगा। यदि आप भी इस योजना के पात्र हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य को सुरक्षित करें।

Leave a Comment