Labour Card Yojana भारत में बड़ी संख्या में लोग असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं। ऐसे श्रमिकों को वित्तीय सुरक्षा और सामाजिक कल्याण का लाभ देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें विभिन्न योजनाएँ चलाती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक प्रमुख योजना है श्रमिक कार्ड योजना। इस योजना के तहत श्रमिकों को रोजगार सुरक्षा, स्वास्थ्य बीमा, पेंशन और अन्य सुविधाएँ मिलती हैं। अगर आप भी असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और श्रमिक कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो इस लेख में आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी दी जा रही है।
श्रमिक कार्ड योजना क्या है?
श्रमिक कार्ड योजना एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत श्रमिकों को एक विशिष्ट पहचान पत्र यानी श्रमिक कार्ड जारी किया जाता है। इस कार्ड के माध्यम से श्रमिक सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
सरकार द्वारा इस योजना को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है, जिससे श्रमिक आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और अपने श्रमिक कार्ड की स्थिति की जांच कर सकते हैं। श्रमिक कार्ड मिलने के बाद श्रमिक को कई प्रकार के सरकारी लाभ जैसे – स्वास्थ्य बीमा, पेंशन, रोजगार सुरक्षा और दुर्घटना बीमा आदि मिलते हैं।
श्रमिक कार्ड के लाभ
श्रमिक कार्ड धारकों Labour Card Yojana को सरकार द्वारा निम्नलिखित लाभ प्रदान किए जाते हैं:
- रोजगार सुरक्षा:
श्रमिक कार्ड धारकों को सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार की गारंटी दी जाती है। इसके तहत श्रमिकों को साल में 100 दिन का काम देने का वादा किया जाता है। - स्वास्थ्य बीमा:
श्रमिक कार्ड धारकों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलता है। इसमें अस्पताल में भर्ती होने पर सरकारी सहायता मिलती है। - पेंशन योजना:
60 वर्ष की आयु के बाद श्रमिक कार्ड धारकों को ₹3000 प्रति माह की पेंशन दी जाती है। इससे श्रमिकों के बुढ़ापे में आर्थिक सहायता मिलती है। - दुर्घटना बीमा:
श्रमिक कार्ड धारकों को दुर्घटना बीमा का लाभ मिलता है। यदि दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो श्रमिक के परिवार को ₹2 लाख तक का मुआवजा दिया जाता है। - मकान सहायता:
श्रमिक कार्ड धारकों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता मिलती है।
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श्रमिक कार्ड के लिए पात्रता
श्रमिक कार्ड योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें आवश्यक हैं:
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक असंगठित क्षेत्र में कार्यरत होना चाहिए, जैसे – मजदूर, निर्माण कार्यकर्ता, घरेलू कामगार, कृषि श्रमिक आदि।
- आवेदक का भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की कॉपी
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- आयु प्रमाण पत्र
- श्रमिक प्रमाण पत्र
आवेदन प्रक्रिया
श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन है। इसके लिए आपको निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करना होगा:
- ई-श्रम पोर्टल पर जाएँ:
सबसे पहले आपको सरकार के ई-श्रम पोर्टल (https://eshram.gov.in) पर जाना होगा। - रजिस्ट्रेशन करें:
पोर्टल पर जाकर अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। ओटीपी के माध्यम से नंबर को सत्यापित करें। - व्यक्तिगत जानकारी भरें:
नाम, पता, जन्म तिथि और अन्य आवश्यक जानकारी भरें। - दस्तावेज़ अपलोड करें:
सभी आवश्यक दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करें। - फॉर्म सबमिट करें:
सारी जानकारी भरने के बाद फॉर्म सबमिट कर दें। आवेदन सबमिट करने के बाद आपको एक रसीद मिलेगी, जिसमें श्रमिक कार्ड का नंबर दर्ज होगा।
श्रमिक कार्ड योजना के प्रमुख बिंदु
- श्रमिक कार्ड योजना का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।
- इस योजना के तहत श्रमिकों को 100 दिनों का रोजगार, स्वास्थ्य बीमा, पेंशन और दुर्घटना बीमा का लाभ मिलता है।
- आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, जिससे श्रमिक आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
- श्रमिक कार्ड से मिलने वाले लाभों के लिए श्रमिकों को हर साल अपने श्रमिक कार्ड का नवीनीकरण कराना होगा।
निष्कर्ष
श्रमिक कार्ड योजना उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना चाहते हैं। सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना से लाखों श्रमिकों को रोजगार सुरक्षा, स्वास्थ्य बीमा और पेंशन का लाभ मिल रहा है। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो तुरंत ई-श्रम पोर्टल पर जाकर आवेदन करें और अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं।